तैरती हो? नहीं दौड़ती हो ? नहीं गाड़ी चलाती हो? नहीं पहाड़ चढ़ती हो? नहीं गाती हो? नहीं बजाती हो? नहीं पैसे कमाती हो? नहीं तुम आखिर करती क्या हो स्वाती? मेरे पास अपना नाम है, काम है, पैसा है तुम्हारे पास क्या है स्वाती? उसने पूछा। और लगभग शशि कपूर वाले अंदाज़ में मैंने कहा मेरे पास मैं हूं। आ जाना कभी भी जब भी तुम्हें ज़रूरत हो, मेरे पास वक़्त भी है।
क्या खूब विचार है! सही
LikeLike
too good !!👍
LikeLike
superb!
LikeLike